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एनवेलप

4.0
1568

सुनहरे गोटे वाली पियरी, लाल चूड़ियों और मांग भर पीला सिंदूर जो नाक तक आकर फैल गया था कि डालने वाले ने बहुत प्यार से भरी थी मांग उसकी। मण्डप में घूंघट के अंदर चाँद को देखने को बेताब था वो कि कब रस्में ...

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लेखक के बारे में
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shweta mishra
समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    . .
    24 जनवरी 2020
    😥😥😥😥😥👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌🙏👍
  • author
    25 जुलाई 2019
    बहुत दर्द भरी स्टोरी शब्द संयोजन बहुत सुंदर
  • author
    Rekha Singh
    30 अगस्त 2018
    very sad story.
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    . .
    24 जनवरी 2020
    😥😥😥😥😥👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌🙏👍
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    25 जुलाई 2019
    बहुत दर्द भरी स्टोरी शब्द संयोजन बहुत सुंदर
  • author
    Rekha Singh
    30 अगस्त 2018
    very sad story.