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एनवेलप

4.0
1572

सुनहरे गोटे वाली पियरी, लाल चूड़ियों और मांग भर पीला सिंदूर जो नाक तक आकर फैल गया था कि डालने वाले ने बहुत प्यार से भरी थी मांग उसकी। मण्डप में घूंघट के अंदर चाँद को देखने को बेताब था वो कि कब रस्में ...

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लेखक के बारे में
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shweta mishra
समीक्षा
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  • author
    . .
    24 ജനുവരി 2020
    😥😥😥😥😥👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌🙏👍
  • author
    25 ജൂലൈ 2019
    बहुत दर्द भरी स्टोरी शब्द संयोजन बहुत सुंदर
  • author
    Rekha Singh
    30 ആഗസ്റ്റ്‌ 2018
    very sad story.
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    . .
    24 ജനുവരി 2020
    😥😥😥😥😥👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌🙏👍
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    25 ജൂലൈ 2019
    बहुत दर्द भरी स्टोरी शब्द संयोजन बहुत सुंदर
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    Rekha Singh
    30 ആഗസ്റ്റ്‌ 2018
    very sad story.