pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

एक पेड़ की आत्मकथा भाग 2

4.4
349

जीवन में पेड़ भी उतने ही महत्वपूर्ण हैं, जितना कि हमारा जीवन, प्रकति हमें बहुत कुछ देती है, यदि पेड़ नहीं होंगे तो हमारा जीवन ही समाप्त हो जयेगा, इसीलिये हिन्दू धर्म में हरा पेड़ काटना वर्जित ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में

काव्य रचना के साथ साथ कहानी एवं छोटे छोटे नोट भी लिखता हूं! punjab national bank (e obc ) में मुख्य प्रबंधक के रूप में मंडल कार्यालय इन्दोर मैं पदस्थ होते हुये, समय मिलते ही कुछ न कुछ किसी भी विषय के साथ साथ सम् सामयकी पर लिखता हूँ, इससे मुझे व मेरे मन को तसल्ली मिलती है! मेरा लेखन मेरे whats app पर status में लगभग प्रतिदिन update करता हूं! मेरे बहुत सारे साथी मेरे लेखन को प्रति दिन पड़ते हैं ये संख्या 100 से 130 प्रति दिन वर्तमान में है! आओ नये लेखक को कवि को प्रोत्साहित करें, मैने एक web page भी प्रारम्भ किया है जो कि www.jeevanpath.in है! आप सब से मेरा निवेदन है कि मेरी कविताओ एवं कहानियों को अवश्य पड़े और अपना विचार अवश्य लिखें! मेरा प्रयास है कि मेरी काव्य रचना की एक पुस्तक आप सबके समक्ष जल्दी प्रस्तुत करू!धन्यवाद!!

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    usha rana
    16 अगस्त 2021
    प्रेरक कहानी 💝
  • author
    धनु दयाल "Dhanu"
    01 अप्रैल 2022
    बहुत सुंदर भावपूर्ण शैली में आपने बहुत अच्छा लिखा👍👍 मैं भी 'मोहल्ला' नाम से एक पेड़ को लक्ष्य कर धारावाहिक लिख रही हूं शायद आपको पसंद आए🙏
  • author
    Dhirendranath Arun
    11 दिसम्बर 2021
    भावनात्मक एवम् प्रकृति प्रेरक , सन्देश वाहक लघु प्रस्तुति हैं। अति सुन्दर रचना है।
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    usha rana
    16 अगस्त 2021
    प्रेरक कहानी 💝
  • author
    धनु दयाल "Dhanu"
    01 अप्रैल 2022
    बहुत सुंदर भावपूर्ण शैली में आपने बहुत अच्छा लिखा👍👍 मैं भी 'मोहल्ला' नाम से एक पेड़ को लक्ष्य कर धारावाहिक लिख रही हूं शायद आपको पसंद आए🙏
  • author
    Dhirendranath Arun
    11 दिसम्बर 2021
    भावनात्मक एवम् प्रकृति प्रेरक , सन्देश वाहक लघु प्रस्तुति हैं। अति सुन्दर रचना है।