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एक काला कौवा

4.2
2608

एक बार साधु वृक्ष के नीचे तपस्या कर रहे थे । उसी वृक्ष  कौवा बेठा था और कह रहा था कि इस जीवन का कोई फायदा नहीं है ।तबी साधु बोले क्या हुआ जो अपने जीवन से परेसान हो। तो कौवा बोला मुझे कोई पसंद नही ...

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लेखक के बारे में
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Amit Kaswan
समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Devendra Dev
    05 अप्रैल 2021
    कोई भी संतुष्ट नहीं है , गरीब,अमीर होना चाहता है , अमीर सुन्दर बनना चाहता है, सुन्दर शादी करना चाहता है , शादी-शुदा मरना चाहता है । 🤔🤔🤔🤔🤔🤔
  • author
    26 अप्रैल 2020
    अति उत्तम प्रयास
  • author
    S S
    17 मई 2020
    Wah kya shiksha thi
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  • author
    Devendra Dev
    05 अप्रैल 2021
    कोई भी संतुष्ट नहीं है , गरीब,अमीर होना चाहता है , अमीर सुन्दर बनना चाहता है, सुन्दर शादी करना चाहता है , शादी-शुदा मरना चाहता है । 🤔🤔🤔🤔🤔🤔
  • author
    26 अप्रैल 2020
    अति उत्तम प्रयास
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    S S
    17 मई 2020
    Wah kya shiksha thi