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एक अनकहा रिश्ता

4.6
35397

प्रतिलिपी के पन्नो को पर जाने कितनी कहानियां है कुछ कल्पना होगी तो कुछ कल्पना का नकाब ओढे हकीकत की तस्वीर कहानियां ।आज के इस आधुनिक युग में कागजो के पन्ने पलटते हुए ख्यालो में गुम होने का प्रचलन ...

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लेखक के बारे में

नमस्कार, मेरा परिचित मुझे एक बैंकर के रूप में जानते हैं । दिल से ज्यादा दिमागी फैसलो को अहमियत देने वाले इस proffesion, भागदौड़ भरी जिंदगी में जैसे ही फ़ुरसत के कुछ लम्हे मिलते है, दिमाग सो जाता है और दिल को मिल्कियत मिलते ही कलम लिखने लग जाती है जिंदगी के अहसासो को, अरमानो को, न पूरे होने वाले ख्वाबो को, घुटन भरी जिंदगी मे खुले आकाश मे उड़ने की तमन्ना , दिल को लिखने पर मजबूर कर देती है । मैं कोई बहुत बड़ी लेखिका या कवियत्री नही बनना चाहती । बस लिखना चाहती हूँ । लिखने का शौक तो किसी को भी हो सकता है , परन्तु उसे कोई पढ़ने वाला न हो तो कोई मायने नही । यही एक जरूरत मुझे प्रतिलिपि के मंच पर खींच लायी है , इस उम्मीद के साथ कि आप अपने अमूल्य समय मे से थोड़ा सा वक्त मुझे पड़ने के लिए जरूर निकालेंगे । मैँ कोई बहुत अच्छा नही लिखती हूँ, फिर भी आप मुझे पढकर मेरी होउस्लाअफसाई करेंगे , एक अच्छे आलोचक बनकर मेरी रचनाओ को श्रेष्टम के शिखर पर पहुचाने मे मेरी मदद करेंगे . आपकी प्रज्ञा "अस्मि"  

समीक्षा
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  • author
    28 सितम्बर 2016
    शब्दों की जादूगरी है भावों की कारीगरी है हर एहसास इसमें भरा है लेखनी कमाल है लिखती बेमिसाल है
  • author
    priya pandey
    22 जून 2018
    dena to chahti hu 10 star per kya karu 5 hi hain..pratilipi per padhi hu aaj tak ki kahaniyo me "sarbshreshta" .bahut khubsurat likha aapne..is kahani me chupi khubsurti aur dard wahi samjh sakta hai jisne kbhi kisi se sacchi mohabbat ki hogi...
  • author
    Dharmesh Tanna "तन्हा"
    25 सितम्बर 2016
    बहोत ही अच्छा प्रयास, बहोत ही उम्दा, जज़्बात लब्जो में और लब्ज़ शब्दो में परिवर्तित हुए ऐसा प्रतित होता हैं। आप ऐसे ही लिखते रहे, भगवन आपको हमेशा सफल बनायें, ये कृती बहोत ही अच्छी है।
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    28 सितम्बर 2016
    शब्दों की जादूगरी है भावों की कारीगरी है हर एहसास इसमें भरा है लेखनी कमाल है लिखती बेमिसाल है
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    priya pandey
    22 जून 2018
    dena to chahti hu 10 star per kya karu 5 hi hain..pratilipi per padhi hu aaj tak ki kahaniyo me "sarbshreshta" .bahut khubsurat likha aapne..is kahani me chupi khubsurti aur dard wahi samjh sakta hai jisne kbhi kisi se sacchi mohabbat ki hogi...
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    Dharmesh Tanna "तन्हा"
    25 सितम्बर 2016
    बहोत ही अच्छा प्रयास, बहोत ही उम्दा, जज़्बात लब्जो में और लब्ज़ शब्दो में परिवर्तित हुए ऐसा प्रतित होता हैं। आप ऐसे ही लिखते रहे, भगवन आपको हमेशा सफल बनायें, ये कृती बहोत ही अच्छी है।