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हिन्दी

एक आँच की कसर

4.6
7642

सारे नगर में महाशय यशोदानन्द का बखान हो रहा था। नगर ही में नहीं, समस्त प्रांत में उनकी कीर्ति गायी जाती थी, समाचार-पत्रों में टिप्पणियाँ हो रही थीं, मित्रों से प्रशंसापूर्ण पत्रों का ताँता लगा हुआ ...

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लेखक के बारे में

मूल नाम : धनपत राय श्रीवास्तव उपनाम : मुंशी प्रेमचंद, नवाब राय, उपन्यास सम्राट जन्म : 31 जुलाई 1880, लमही, वाराणसी (उत्तर प्रदेश) देहावसान : 8 अक्टूबर 1936 भाषा : हिंदी, उर्दू विधाएँ : कहानी, उपन्यास, नाटक, वैचारिक लेख, बाल साहित्य   मुंशी प्रेमचंद हिन्दी के महानतम साहित्यकारों में से एक हैं, आधुनिक हिन्दी कहानी के पितामह माने जाने वाले प्रेमचंद ने स्वयं तो अनेकानेक कालजयी कहानियों एवं उपन्यासों की रचना की ही, साथ ही उन्होने हिन्दी साहित्यकारों की एक पूरी पीढ़ी को भी प्रभावित किया और आदर्शोन्मुख यथार्थवादी कहानियों की परंपरा कायम की|  अपने जीवनकाल में प्रेमचंद ने 250 से अधिक कहानियों, 15 से अधिक उपन्यासों एवं अनेक लेख, नाटक एवं अनुवादों की रचना की, उनकी अनेक रचनाओं का भारत की एवं अन्य राष्ट्रों की विभिन्न भाषाओं में अन्यवाद भी हुआ है। इनकी रचनाओं को आधार में रखते हुए अनेक फिल्मों धारावाहिकों को निर्माण भी हो चुका है।

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Jyoti Bajpai
    02 नवम्बर 2018
    काश कि आप आज भी होते। मैं तो बचपन से ही आपको पढती आ रही हूँ । आपकी fan हूँ मैं तो।
  • author
    पवनेश मिश्रा
    12 अप्रैल 2020
    कथा सम्राट के कृतित्व को सादर नमन 🙏🌹🙏
  • author
    08 अगस्त 2018
    समाज की असलियत बयां करती कहानी
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    Jyoti Bajpai
    02 नवम्बर 2018
    काश कि आप आज भी होते। मैं तो बचपन से ही आपको पढती आ रही हूँ । आपकी fan हूँ मैं तो।
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    पवनेश मिश्रा
    12 अप्रैल 2020
    कथा सम्राट के कृतित्व को सादर नमन 🙏🌹🙏
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    08 अगस्त 2018
    समाज की असलियत बयां करती कहानी