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ईद मुबारक़

4.1
7307

"अफ़ज़ल की अम्मी कहाँ मर गयी?" खिजाते हुए अब्दुल्ला बड़बड़ाया। "अभी आयी अनीस के अब्बू", ऐसा बोलकर बदहवास सी अमीना दौड़ती हुई आयी और बोली, "कहिये क्या हुआ? आप इतने परेशान से क्यों लग रहे हैं? सब खैरियत तो ...

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Aakash's Effect

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समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Shekhar Bhardwaj
    15 मार्च 2018
    जब अतं आया तब जो हंसी आई है।बता नही सकता।बहुत बढिया....😆😎😃😂
  • author
    Aftab Begam
    10 मार्च 2021
    matlab janwaro me bhi begam k gunaho ki sazaa mili ki Rehan apahij paida hua well achha suspence create kiya h well done
  • author
    Mukesh Ram Nagar
    01 जुलाई 2018
    गजब का तारतम्य यथार्थ और कल्पना का आकाशजी! उत्कृष्ट रचना👌
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    Shekhar Bhardwaj
    15 मार्च 2018
    जब अतं आया तब जो हंसी आई है।बता नही सकता।बहुत बढिया....😆😎😃😂
  • author
    Aftab Begam
    10 मार्च 2021
    matlab janwaro me bhi begam k gunaho ki sazaa mili ki Rehan apahij paida hua well achha suspence create kiya h well done
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    Mukesh Ram Nagar
    01 जुलाई 2018
    गजब का तारतम्य यथार्थ और कल्पना का आकाशजी! उत्कृष्ट रचना👌