pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

दुर्गा स्तुति प्रार्थना

5
22

चमन मत समझो लियाकत , का यह होता मान है। लाज अपने नाम की वह रख रहा भगवान  है। जय गणेश  जय गणपति,पार्वती  सुकुमार। विघ्न  हरण मंगल करण,ऋद्धि, सिद्द दातार। कवियो के मानुष,विमल,शोभा सुखद  ललाम चमन करे ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
Sandip Sharmaz . Sharmaz

Sandeep Sharma is also available on Facebook n pratilipi सिमटते दायरे पर।blog,sanatansadvichaar.blogspot.com. email, [email protected] m. वैसे उम्र का अर्ध शतक पार किया है पर लेखक का जन्म अभी 2021 मे ही हुआ।पेशे से शिक्षक हूँ ।तो गर्व है कि राष्ट्र निर्माण मे नई पौध का रोपने की जिम्मेवारी ईश्वर ने मुझे सौंपी है।। खुश हू हर हाल मे क्योकि ईश्वर पर भरोसा है, और दुनियां की चालाकियां समझने लगा हूँ।। छोटी कहानी पढना अच्छा लगता है।जबकि बडी कहानी बोर करती है।जयश्रीकृष्ण जयश्रीकृष्ण जयश्रीकृष्ण जी। जय श्रीकृष्ण।

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    श्वेता विजय mishra
    08 अक्टूबर 2021
    🙏🙏🙏🙏🙏💐💐💐बेहतरीन शानदार भावपूर्ण रचना
  • author
    08 अक्टूबर 2021
    सुंदर प्रस्तुति. शुभकामनाएं. जय माता दी!
  • author
    Nilam Rai
    08 अक्टूबर 2021
    सुन्दर लिखा 👌🏻🌹👌🏻💐
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    श्वेता विजय mishra
    08 अक्टूबर 2021
    🙏🙏🙏🙏🙏💐💐💐बेहतरीन शानदार भावपूर्ण रचना
  • author
    08 अक्टूबर 2021
    सुंदर प्रस्तुति. शुभकामनाएं. जय माता दी!
  • author
    Nilam Rai
    08 अक्टूबर 2021
    सुन्दर लिखा 👌🏻🌹👌🏻💐