pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

दुर्गा आरती

4.6
381

जय अम्बे गौरी मैया जय श्यामा गौरी। तुमको निसदिन ध्यावत हरि ब्रम्हा शिवरी॥१॥ मांग सिंदूर विराजत टीको मृगमदको। उज्जवल से दोऊ नैना चन्द्रवदन नीको॥२॥ कनक समान कलेवर रक्ताम्बर राजे। रक्त पुष्प गल माला ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
अज्ञात
समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Meenakshi Singh
    07 अगस्त 2021
    🙏🙏
  • author
    Rajnish Dubey
    25 मार्च 2020
    पूर्ण रूप से शुध्द
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Meenakshi Singh
    07 अगस्त 2021
    🙏🙏
  • author
    Rajnish Dubey
    25 मार्च 2020
    पूर्ण रूप से शुध्द