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दुल्हन

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लेखक के बारे में
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Gyanendra Kumar
समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Harshita Singh
    07 अगस्त 2018
    samagh nhi aata logo ko dusro ki stories chori karke kya milta h.. har aapke pas talent h to khud kuch achha likho na... shame on you..
  • author
    Shikha Swarnima
    26 मई 2018
    गंवार पति nam se ye kahani phle hi maujud h pratilipi me ..its not your story I think
  • author
    आदित्य कुमार
    02 अक्टूबर 2018
    यह बहुत बढिया स्टोरी है,उन लोगों के लिये खास तौर से जो घर से भाग जातें है और अपने माँ बाप को समझने मे देर कर देते है ।
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    Harshita Singh
    07 अगस्त 2018
    samagh nhi aata logo ko dusro ki stories chori karke kya milta h.. har aapke pas talent h to khud kuch achha likho na... shame on you..
  • author
    Shikha Swarnima
    26 मई 2018
    गंवार पति nam se ye kahani phle hi maujud h pratilipi me ..its not your story I think
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    आदित्य कुमार
    02 अक्टूबर 2018
    यह बहुत बढिया स्टोरी है,उन लोगों के लिये खास तौर से जो घर से भाग जातें है और अपने माँ बाप को समझने मे देर कर देते है ।