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डरावनी रात

4.2
41280

रात पूरी तरह से चादर पसार चुकी थी, सर्दी का मौसम बस आहट ही दे रहा था, छोटे मोटे आवारा से बादलो को छोड दिया जाये तो आसमान बिल्कुल साफ था। चंदर ग्राहकों से बात करता हुआ फिरायवन घुमा कर चाय पका रहा ...

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लेखक के बारे में
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अरुण

Love you💞 जिंदगी..🤗

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Anuradha Bhati
    03 नवम्बर 2018
    क्या बात है.. कही आपबीती तो नहीं लिख दी.. इतना सटीक वर्णन.. शानदार..
  • author
    hemant bavaria
    16 अगस्त 2019
    भाई आप ने कहानी को बहुत ही प्यारा रूप दिया है लेकिन इसका अंत कुछ और होना चाहिए था मुझे इसके अगले भाग का इंतजार रहेगा धन्यवाद
  • author
    sarika tiwari
    30 सितम्बर 2018
    arun ji apki kahani ka wakai jawab nhi.padhte2 khub hansi ayi...ap ek behtar hasya kahani kar ho..well done keep it up
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    Anuradha Bhati
    03 नवम्बर 2018
    क्या बात है.. कही आपबीती तो नहीं लिख दी.. इतना सटीक वर्णन.. शानदार..
  • author
    hemant bavaria
    16 अगस्त 2019
    भाई आप ने कहानी को बहुत ही प्यारा रूप दिया है लेकिन इसका अंत कुछ और होना चाहिए था मुझे इसके अगले भाग का इंतजार रहेगा धन्यवाद
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    sarika tiwari
    30 सितम्बर 2018
    arun ji apki kahani ka wakai jawab nhi.padhte2 khub hansi ayi...ap ek behtar hasya kahani kar ho..well done keep it up