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दो हजार बाईस

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दो हजार बाईस  हो ,हर प्रकार खुश हाल।      हंसी खुशी  बीते प्रभो ,सबका  पूरा  साल।       होती  रहे  प्रगति  सदा, रहे  शांत  माहौल ।       फिर बीमारी आये न, सुखमय सबका हाल।       राष्ट्र प्रेम जन ...

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लेखक के बारे में

सभी रचनाओं का सर्वाधिकार सुरक्षित ,ईमेल[email protected] पता-किसुनदासपुर रायबरेली, 229401 प्रकाशित-भक्ति मंजरी,(भक्ति गीत संग्रह),सारांश(हायकूमाला) शूलांजलि(गीत ) संस्थापक/अध्यक्ष-सुभाष माध्यमिक विद्यालय। रणवीरसिंह स्मारक जन सेवा संस्थान सम्मान---सरस्वती प्रतिष्ठान द्वारा ।बौद्धिक विचार मंच एवम् पारम्परिक साहित्य परिषद ।तनहा साहित्यिक संस्था सम्बद्ध----लोक साहित्य परिषद ।फेसबुक।यूट्यूब।गीत के मीत। प्रतिलिपि

समीक्षा
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    Sayyeda Khatoon
    01 जानेवारी 2022
    बहुत सुंदर लिखा है नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं 🌷🌹
  • author
    बहुत ही सुंदर नए वर्ष की ढेरों शुभकामनाएं आपको👌👌👌
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    Sayyeda Khatoon
    01 जानेवारी 2022
    बहुत सुंदर लिखा है नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं 🌷🌹
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    बहुत ही सुंदर नए वर्ष की ढेरों शुभकामनाएं आपको👌👌👌