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दिल

4.2
1169

इस दिल को संभाल कर रखिये हर बात पर मचल जाता है। नादान है यह दिल हर बात पर रूठ जाता है। बात ना मानो इस दिल की जोर से धड़कने लग जाता है। जब कहते है इसको नादान भाग कर कोपभवन चला जाता है। जब मानते हैं ...

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लेखक के बारे में

फुरसत के पल कलम के साथ बिताता हूँ। प्रतिलिपि ने 2016 में मुझे लोकप्रिय लेखक का एक छोटा सा सम्मान दिया। अप्रैल 2022 में कहानी 'पागल' को पुरस्कृत किया। प्रतिलिपि सुपर लेखक अवार्ड्स 4 में "यही जीवन है" पुरस्कृत है।

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Anita Verma
    19 अगस्त 2022
    nice
  • author
    विकास कुमार
    02 जुलाई 2018
    वाह, बहुत ही बढ़िया बताया आपने दिल के बारे मेँ, सुंदर रचना।
  • author
    Abhishek Ratnawat
    29 दिसम्बर 2018
    Dil to pagal h
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    Anita Verma
    19 अगस्त 2022
    nice
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    विकास कुमार
    02 जुलाई 2018
    वाह, बहुत ही बढ़िया बताया आपने दिल के बारे मेँ, सुंदर रचना।
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    Abhishek Ratnawat
    29 दिसम्बर 2018
    Dil to pagal h