रामगुप्त गुप्त राजवंश के ख्याति प्राप्त समुद्रगुप्त का पुत्र था। प्राचीन काव्य ग्रंथों से यह संकेत मिलता है कि समुद्रगुप्त के बड़े लड़के का नाम रामगुप्त था। पिता की मृत्यु के बाद शुरू में वही ...
ध्रुवस्वामिनी नामक नाटक जयशंकर प्रसाद ने लिखा था। जिसमें यह कथा है। स्नातक हिंदी के छात्र मगध विश्वविद्यालय में यह नाटक अवश्य पढ़ते हैं।
कालिदास चंद्रगुप्त विक्रमादित्य के दरबारी कवि थे।
कुमारसंभवम् उन्होंने स्कंद गुप्त के लिए लिखी थी। कुमारगुप्त ही स्कंद गुप्त थे। जिन्होंने हूणों को भारत भूमि से भगाया था
अभिज्ञान शाकुंतलम् चंद्रगुप्त विक्रमादित्य के लिए लिखी।
चंद्रगुप्त विक्रमादित्य दो थे।
चंद्रगुप्त विक्रमादित्य प्रथम ने विक्रम संवत चलाया। इन्होंने हूणों का नाश किया था।
शकारि विक्रमादित्य शक संवत चलाया। इन्होंने शकों का विनाश किया था।
महाराज पुष्यमित्र शुंग, समुद्रगुप्त, एवं हर्ष वर्धन का भी नाम इसी श्रेणी में आता है।
आपकी रचना अद्भुत है और मुझे बहुत अच्छी लगी
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अभिज्ञान शाकुंतलम् चंद्रगुप्त विक्रमादित्य के लिए लिखी।
चंद्रगुप्त विक्रमादित्य दो थे।
चंद्रगुप्त विक्रमादित्य प्रथम ने विक्रम संवत चलाया। इन्होंने हूणों का नाश किया था।
शकारि विक्रमादित्य शक संवत चलाया। इन्होंने शकों का विनाश किया था।
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