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धन्यवाद प्रतिलिपि और पंडित जी

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धन्यवाद प्रतिलिपि और धन्यवाद पंडित जी हां,सही पढ़ा आपने,पंडित जी आशीष पंडित जी,लेकिन मेरे लिए सिर्फ "पंडित जी" वो हमे ठकुराइन बोलते हैं। हुआ यूं कि मेरे फोन से प्रतिलिपि डिलीट हो गई थी गलती से,और ...

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🇦🅿🅰🆁🅽🅰

अपने बारे मे क्या लिखूँ,,,, अभी खुद की ही तलाश ज़ारी है ............

समीक्षा
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    आशिष पण्डित
    30 अक्टूबर 2019
    धन्यवाद ठकुराइन जी इस सम्मान के लिए। मैने तो बस अपनी तरफ़ से जो कुछ कोशिश कर सकता था वो किया। इस प्रतिलिपी पर बहुत से अच्छे मित्र है, आप भी उन सबमे एक हो। आपका बहुत बहुत धन्यवाद पुनः एक बार😊😊😊🙏🙏
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    30 अक्टूबर 2019
    इस घटना से यह पता चलता है दी कि विश्वसनीय संबंध बनाने में कंजूसी नहीं करनी चाहिए। हर संबंध एक पौधे की तरह है, सींचते रहने से हरियाली बनी रहती है। थोड़ा लेट हूं, पर शुभ दीपावली तो आपको देर से भी कहने का अधिकार जरुर रखता हूं। 🙏🙏
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    31 अक्टूबर 2019
    pandit ji ne pratilipi pe mera v bhot achha swagat kiya h waise to yha sare lekhon se apnapn h lekin Aashish ji se bat kr k bhot aatmiyata aur bhot apnapn mahsus huaa aise logo ki hi awasykta h hmare Smaj ko
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    आशिष पण्डित
    30 अक्टूबर 2019
    धन्यवाद ठकुराइन जी इस सम्मान के लिए। मैने तो बस अपनी तरफ़ से जो कुछ कोशिश कर सकता था वो किया। इस प्रतिलिपी पर बहुत से अच्छे मित्र है, आप भी उन सबमे एक हो। आपका बहुत बहुत धन्यवाद पुनः एक बार😊😊😊🙏🙏
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    30 अक्टूबर 2019
    इस घटना से यह पता चलता है दी कि विश्वसनीय संबंध बनाने में कंजूसी नहीं करनी चाहिए। हर संबंध एक पौधे की तरह है, सींचते रहने से हरियाली बनी रहती है। थोड़ा लेट हूं, पर शुभ दीपावली तो आपको देर से भी कहने का अधिकार जरुर रखता हूं। 🙏🙏
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    31 अक्टूबर 2019
    pandit ji ne pratilipi pe mera v bhot achha swagat kiya h waise to yha sare lekhon se apnapn h lekin Aashish ji se bat kr k bhot aatmiyata aur bhot apnapn mahsus huaa aise logo ki hi awasykta h hmare Smaj ko