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धन्यवाद एवं आभार पत्र

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धन्यवाद एवं आभार पत्र जिस तरह सूरज की पहली किरण हर अंधेरी रात का अंत कर देती है उसी प्रकार आज की सुबह ने मेरे पिछले 20 दिनों से चले आ रहे प्रतिलिपि अकाउंट की समस्याओं का ...

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लेखक के बारे में
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Dr. Sanjay Saxena

जिंदगी में हर इंसान अकेला है हम सब जितनी जल्दी यह समझ जाए उतना अच्छा है वरना जब प्रकृति आपको समझाएगी तो बहुत दुख होगा..,✍️

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Mamta Upadhyay
    06 दिसम्बर 2019
    बधाई सर जी
  • author
    Megha Srivastava
    05 दिसम्बर 2019
    जी स्वागत हैं आपका, आपकी परेशानी का हल हुआ इसके लिए आपको बधाई,....उम्मीद है आपकी नई रचनायों और प्यारी प्यारी समीक्षाओं का।आपका दिन शुभ हो ।
  • author
    बेहद खूबसूरत देर आये दुरुस्त आये परेशानी टली आपको शुभकामनाएं
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    Mamta Upadhyay
    06 दिसम्बर 2019
    बधाई सर जी
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    Megha Srivastava
    05 दिसम्बर 2019
    जी स्वागत हैं आपका, आपकी परेशानी का हल हुआ इसके लिए आपको बधाई,....उम्मीद है आपकी नई रचनायों और प्यारी प्यारी समीक्षाओं का।आपका दिन शुभ हो ।
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    बेहद खूबसूरत देर आये दुरुस्त आये परेशानी टली आपको शुभकामनाएं