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धन्यवाद!

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🙏💕 धन्यवाद तो बनता है ! 🙏💕 धन्यवाद ! प्रतिलिपि के उन सभी साथियों के लिए जिन्होंने मेरी रचनाओं को पढ़ कर समीक्षाएं दीं। जिसके कारण मेरी रचनाओं को प्राप्त समीक्षाओं की कुल ...

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लेखक के बारे में

राजेश पाण्डेय "घायल"

समीक्षा
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    Mrs Patil
    14 अप्रैल 2023
    जी बिल्कुल...एक धन्यवाद तो बनता है!! आभार प्रदर्शन करना भीं अपनें आप में एक बहूत बड़ी बात है.....जो हृदय की विनयशीलता को प्रदर्शित करता है....आजकल ऐसा निर्मल भाव बहूत कम दिखाई देता है| आपका साहित्य हमेशा से ही प्रतिभासंपन्न रहा है... समीक्षाएं अपनें आप लिखी जाती है! आपको पढ़ना भीं हमारे लिये बहुत बड़ी उपलब्धी एवं हमारा सौभाग्य है | बस ,आपकी प्रतिभावान कलम यूं निरंतर चलती रहे!! विद्यमान साहित्यिक आदरणीय श्री. नीलकंठ जी का जिक्र बेहद सराहनिय....उन्हों नें मेरी भीं चंद रचनाओं का कन्नड अनुवाद कर उन्हें दूबारा प्रकाशित किया है !! हार्दिक अभिनंदन एवं शुभकामनाएं सुप्रभात
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    neelakanth hiremath
    14 अप्रैल 2023
    राजेश जी तीन बरस पहले जब मैं प्रतिलिपि में कदम रखा मैं सिर्फ मेरे मातृभाषा के रचनाओं को पढ़कर समीक्षा लिखा करता था। एक दिन अचानक प्रतिलिपि हिंदी पर नजर पड़ा। और आपके एक रचना पढ़ा तो बहुत अच्छा लगा। उस वक्त मुझमें आपके रचना की समीक्षा लिखने का भी हिम्मत नहीं थी, क्यों कि हिंदी भाषा में पढ़ना लिखना छोड़कर करीब चालीस साल गुजर गए थे। कुछ दिनों बाद हिम्मत जताकर आपके रचनाओं के समीक्षा करने लगा। मेरे लिखे समीक्षा पर आपके प्रतिक्रिया देखकर मुझमें आत्मविश्वास जगने लगा। आपके, सुनंदा जी , उमा शर्मा जी, अनीता जी , और माधवी अपराजिताजी, अश्विनीकुमार जी जैसे ख्यात साहित्यों के प्रोत्साहन से मैं भी हिंदी भाषा मे कुछ लिखने का काबिल बना। जो मुझे अच्छा लगा उसे कन्नड़ भाषा के वाचकों तक पहुंचाने की कोशिश किया। मेरे इस काम को आप से और वाचकों से अच्छा प्रतिसाद मिला। इसके लिए मैं आपके शुक्रगुजार हूं। आपके इस उपलब्धि पर आपको बहुत बहुत शुभकामनाएं। 💐🌷💐🌷💐
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    Manish Kumar मित्र
    14 अप्रैल 2023
    बस यूं ही निरंतर आप प्रगति एवं सफलता की आसमान छूती ऊंचाईयां प्राप्त करते रहे ऐसी ईश्वर से प्रार्थना करता हूं... राजेश भाई आपने अपने आलेख में विषेश रूप से मेरा उल्लेख करने के लिए आपका बहुत-बहुत आभार प्रकट करता हूं... दैनिक धारावाहिक श्रापित खजाना लिखने में इतना ज्यादा समय देना पड़ता है कि चाहकर भी आपकी रचनाओं को पढ नहीं पा रहा हूं इसके लिए मैं क्षमा प्रार्थी हूं.... सुप्रभात सह हार्दिक धन्यवाद 🙏🙏
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    Mrs Patil
    14 अप्रैल 2023
    जी बिल्कुल...एक धन्यवाद तो बनता है!! आभार प्रदर्शन करना भीं अपनें आप में एक बहूत बड़ी बात है.....जो हृदय की विनयशीलता को प्रदर्शित करता है....आजकल ऐसा निर्मल भाव बहूत कम दिखाई देता है| आपका साहित्य हमेशा से ही प्रतिभासंपन्न रहा है... समीक्षाएं अपनें आप लिखी जाती है! आपको पढ़ना भीं हमारे लिये बहुत बड़ी उपलब्धी एवं हमारा सौभाग्य है | बस ,आपकी प्रतिभावान कलम यूं निरंतर चलती रहे!! विद्यमान साहित्यिक आदरणीय श्री. नीलकंठ जी का जिक्र बेहद सराहनिय....उन्हों नें मेरी भीं चंद रचनाओं का कन्नड अनुवाद कर उन्हें दूबारा प्रकाशित किया है !! हार्दिक अभिनंदन एवं शुभकामनाएं सुप्रभात
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    neelakanth hiremath
    14 अप्रैल 2023
    राजेश जी तीन बरस पहले जब मैं प्रतिलिपि में कदम रखा मैं सिर्फ मेरे मातृभाषा के रचनाओं को पढ़कर समीक्षा लिखा करता था। एक दिन अचानक प्रतिलिपि हिंदी पर नजर पड़ा। और आपके एक रचना पढ़ा तो बहुत अच्छा लगा। उस वक्त मुझमें आपके रचना की समीक्षा लिखने का भी हिम्मत नहीं थी, क्यों कि हिंदी भाषा में पढ़ना लिखना छोड़कर करीब चालीस साल गुजर गए थे। कुछ दिनों बाद हिम्मत जताकर आपके रचनाओं के समीक्षा करने लगा। मेरे लिखे समीक्षा पर आपके प्रतिक्रिया देखकर मुझमें आत्मविश्वास जगने लगा। आपके, सुनंदा जी , उमा शर्मा जी, अनीता जी , और माधवी अपराजिताजी, अश्विनीकुमार जी जैसे ख्यात साहित्यों के प्रोत्साहन से मैं भी हिंदी भाषा मे कुछ लिखने का काबिल बना। जो मुझे अच्छा लगा उसे कन्नड़ भाषा के वाचकों तक पहुंचाने की कोशिश किया। मेरे इस काम को आप से और वाचकों से अच्छा प्रतिसाद मिला। इसके लिए मैं आपके शुक्रगुजार हूं। आपके इस उपलब्धि पर आपको बहुत बहुत शुभकामनाएं। 💐🌷💐🌷💐
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    Manish Kumar मित्र
    14 अप्रैल 2023
    बस यूं ही निरंतर आप प्रगति एवं सफलता की आसमान छूती ऊंचाईयां प्राप्त करते रहे ऐसी ईश्वर से प्रार्थना करता हूं... राजेश भाई आपने अपने आलेख में विषेश रूप से मेरा उल्लेख करने के लिए आपका बहुत-बहुत आभार प्रकट करता हूं... दैनिक धारावाहिक श्रापित खजाना लिखने में इतना ज्यादा समय देना पड़ता है कि चाहकर भी आपकी रचनाओं को पढ नहीं पा रहा हूं इसके लिए मैं क्षमा प्रार्थी हूं.... सुप्रभात सह हार्दिक धन्यवाद 🙏🙏