pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

"देवर और भाभी"

4.5
1828

प्रिया की होने वाली शादी के चर्चे आजकल हर घर में हो रहे थे। छोटे से कस्बे में अब तक किसी भी लड़की की शादी सरकारी विभाग में काम करने वाले कर्मचारी से नही हुई थी-लिहाजा दूल्हे साहब की चर्चा सब जगहों ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
Santosh Kumar Gupta

"जिंदगी जिंदादिली का नाम है और अच्छे कार्यो से होती आपकी पहचान है।" रेलवे में जॉब करने के बावजूद साहित्य से अथाह प्रेम होने के कारण लेखन में रुचि जगी।मैं मूलतः बिहार राज्य के सीतामढ़ी जिला का निवासी हूँ लेकिन वर्तमान में पिछले 14 सालों से उत्तरप्रदेश राज्य के कानपुर नगर में निवास कर रहा हूँ जो कि मेरी कार्यस्थली है।। हर पल हकीकत को बयां करता हूँ इसीलिए, लेखनी के करीब रहता हूँ।। दिल में सदैव जज्बात सही रखता हूँ इसीलिए अल्फाजों को लिखने से पहले खुद उस दर्द को महसूस करता हूँ।। ✍️"संतोष कुमार गुप्ता"

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Poonam Tyagi
    19 अगस्त 2021
    bahut thik dikhaya h rachna me akeli aurat ko yahi sehna padta hai smaj bhi auraton ko injat nahi deta ye meri soch h agar kuch galat likha toh uske liye maafi chati hu 🙏
  • author
    Ritesh Raikwar
    10 जुलाई 2021
    मेने भी मेरी भाभी से शादी की है। हम दोनों में बहुत प्यार है
  • author
    21 अप्रैल 2020
    पहले भी ये स्टोरी शायद पढ़ी है
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Poonam Tyagi
    19 अगस्त 2021
    bahut thik dikhaya h rachna me akeli aurat ko yahi sehna padta hai smaj bhi auraton ko injat nahi deta ye meri soch h agar kuch galat likha toh uske liye maafi chati hu 🙏
  • author
    Ritesh Raikwar
    10 जुलाई 2021
    मेने भी मेरी भाभी से शादी की है। हम दोनों में बहुत प्यार है
  • author
    21 अप्रैल 2020
    पहले भी ये स्टोरी शायद पढ़ी है