pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

देखो दुनिया भाग रही है

4
605

देखो दुनिया भाग रही है रात जो अब तक जाग रही है मेरे आने का एहसास ही उसे नींद से भर देगा.......तमाम करवटों की सिलवट में थकन कहीं खो जाएगी और मेरे पहलूँ में सोई हुई रात, सुबह होने के अंदेशे से फिर जग ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
असलम हसन

ग्राम _कमलदाहा जिला -अररिया बिहार शिक्षा _स्नातक ,इतिहास (प्रतिष्ठा) अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय स्नातकोत्तर -ग्रामीण अध्य्यन ,पटना विश्वविद्यालय पत्र पत्रिकाओं यथा हंस, पाखी,बया,कथादेश,आजकल,कादम्बिनी समकालीन सरोकार,इत्यादि में रचनाएँ प्रकाशित ,नवसाक्षरओ के लिए लेखन,इतिहास में विशेष रुचि कुछ कविताएँ अनूदित एवं मंचित पुरस्कार -साहित्यिक संस्था "समन्वय"(पटना) द्वारा युवा कवि पुरस्कार लाल बहादुर शास्त्री प्रशासनिक अकादमी ,मसूरी द्वारा आयोजित कविता प्रतियोगिता में प्रथम स्थान सम्प्रति-"भारतीय राजस्व सेवा "के अंतर्गत उपायुक्त सर्विस टैक्स ,नोएडा ,में पदस्थापित

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Manjit Singh
    07 अक्टूबर 2020
    सत्य है
  • author
    Manoj Kumar
    23 अप्रैल 2020
    nice
  • author
    Md Sohail Hussain Raja
    04 मार्च 2019
    last line feel
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Manjit Singh
    07 अक्टूबर 2020
    सत्य है
  • author
    Manoj Kumar
    23 अप्रैल 2020
    nice
  • author
    Md Sohail Hussain Raja
    04 मार्च 2019
    last line feel