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दीप तले अंधेरा

4.9
39

दीप तले अंधेरा            यह एक यूनिवर्सल ट्रुथ है इसमे जो भी रोशनी इकाई है उसकी जमीन पर ही अंधकार होता है , एक जमाने मे रोशनी की इकाई दीपक हुआ करते थे जो आज भी हैं, जब भी उन्हें जलाया जाता था वे ...

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लेखक के बारे में
author
Manoj Rathi

मूलतः - पानी : नज़र और नज़रिया पर लेखन करता हूँ जिसमे पानी के साथ पर्यावरण समाहित है , इसमे पानी के उपयोग दुरुपयोग से उपजते पर्यावरणीय प्रभाव जैसे जल संकट, बाढ़, ग्लोबल वार्मिंग, हवा आदि के सिद्धांत के साथ पानी को बचाने से ज्यादा बनाने की तकनीक पर फोकस करता हूँ , वास्तविक रूप से पानी बनाया नही जा सकता है लेकिन प्रकृति प्रदत्त उपहार स्वरूप अनमोल कहे जानेवाले पानी को सहेजना ही बनाना है । यह मेरा मुख्य विषय है इसके अलावा समसामयिक विषयों पर भी लेखन करता हूँ

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Sayyeda Khatoon
    29 ਅਕਤੂਬਰ 2021
    बहुत बेहतरीन
  • author
    Geeta Bhadauria
    30 ਅਕਤੂਬਰ 2021
    बहुत ही ज्ञान पूर्ण रचना राम वही जो सिया मन भाये का अंतिम भाग पढ़े🙏
  • author
    Sheela Pandey
    18 ਦਸੰਬਰ 2021
    बहुत ही सही बात लिखी है आपने महोदय यह चिंतनीय भी है।
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    Sayyeda Khatoon
    29 ਅਕਤੂਬਰ 2021
    बहुत बेहतरीन
  • author
    Geeta Bhadauria
    30 ਅਕਤੂਬਰ 2021
    बहुत ही ज्ञान पूर्ण रचना राम वही जो सिया मन भाये का अंतिम भाग पढ़े🙏
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    Sheela Pandey
    18 ਦਸੰਬਰ 2021
    बहुत ही सही बात लिखी है आपने महोदय यह चिंतनीय भी है।