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दानवीर कर्ण (कथा)

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दानवीर कर्ण एक बार की बात है कि श्री कृष्ण और अर्जुन कहीं जा रहे थे। रास्ते में अर्जुन ने श्री कृष्ण से पूछा कि प्रभु : एक जिज्ञासा है मेरे मन में, अगर आज्ञा हो तो पूछूँ? श्री कृष्ण ने कहा : ...

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लेखक के बारे में
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Rajiv Sharma

मेरे द्वारा प्रकाशित रचनाएं सिर्फ संकलन हेतु ही लिखीं गई हैं, किन्तु वह मेरे द्वारा रचित नहीं हैं।

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Aashu Vaishnav
    28 ஏப்ரல் 2020
    दानवीर कर्ण एक महान व्यक्ति थे, उनके बारे में पढ़कर बहुत अच्छा लगा.....आशा है कि उनके बारे में कुछ और पढ़ने को मिलेगा
  • author
    Arunima Dubey
    14 பிப்ரவரி 2020
    अत्यंत सुन्दर भावो से अलंकृत इस प्रेरणादायी कथा हेतु अनंत साधुवाद स्वीकार करे राजीव जी 👍👌👌👌🙏🙏💐💐
  • author
    Anika Tiwari
    17 பிப்ரவரி 2020
    अद्भुत प्रसंग बस नज़रिया का फर्क ज्ञानी और दानी बनाता है। ,👍👌
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  • author
    Aashu Vaishnav
    28 ஏப்ரல் 2020
    दानवीर कर्ण एक महान व्यक्ति थे, उनके बारे में पढ़कर बहुत अच्छा लगा.....आशा है कि उनके बारे में कुछ और पढ़ने को मिलेगा
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    Arunima Dubey
    14 பிப்ரவரி 2020
    अत्यंत सुन्दर भावो से अलंकृत इस प्रेरणादायी कथा हेतु अनंत साधुवाद स्वीकार करे राजीव जी 👍👌👌👌🙏🙏💐💐
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    Anika Tiwari
    17 பிப்ரவரி 2020
    अद्भुत प्रसंग बस नज़रिया का फर्क ज्ञानी और दानी बनाता है। ,👍👌