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दानी पेड़ (कहानी)

4.8
44

एक था पेड़।वह एक छोटे से लड़के से बहुत प्यार करता था। लड़का प्रतिदिन उस पेड़ के पास जाता और उसके पत्ते एकत्रित करता था। पेड़ पर बहुत सुंदर फूल खिले थे। लड़का फूल इकठ्ठे करके उसकी माला बनाता था। वह ...

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लेखक के बारे में
author
usha gaur

मैं उषा गॉड एक रिटायर्ड अध्यापिका हूं। मैं एक सीनियर सेकेंडरी स्कूल से 2016 में रिटायर हुई थी और उसके बाद मैं मुझे 2 साल की एक्सटेंशन स्कूल की तरफ से मिली कुल मिलाकर मेरा अध्यापन का अनुभव 36 साल का रहा। अध्यापन कार्य मेर मेरी दिल की गहराइयों में इतना समा गया की मैं अध्यापन के बिना अपने आप को अधूरा समझती हूं। रिटायर्ड तो होना ही था परंतु इसकीइसकी प्लानिंग मैंने कई साल पहले ही कर रखी थी। नवरात्रि के दिनों में बच्चों को कुछ ना कुछ उपहार दिया जाता है। मैं बच्चों के लिए पुस्तकें और और पढ़ने लिखने से संबंधित उपहार खरीदी थी और उनसे बातचीत करती थी। बातचीत और उनसे उनकी पढ़ाई को लेकर होती थी जैसे वह कहां पढ़ते हैं कितने साल के हैं और क्या वह मुझसे छुट्टियों के दौरान या खाली समय में पढ़ना चाहेंगे? ऐसा अनुभव हुआ कि मानो उन्हें कुछ अपना बहुत ही पसंद पसंदीदा पसंदीदा काम मिल रहा हो और वह खुशी खुशी राजी हो गए ।तोइस तरह शुरू हुआ मेरा अध्यापन कार्य रिटायरमेंट के बाद। और यह बच्चे कौन थे जो झुग्गी झोपड़ियों में रोड साइड रहते हैं। उनके संपर्क में आकर मुझे उनकी वास्तविक समस्याओं का अनुभव हुआ। और इस तरह से स

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    surya bhushan dubey "भूषण"
    16 जुलाई 2021
    बहुत सुन्दर कहानी है ऊषा जी, मैंने भी ये कहानी टेलीविजन पर कार्टून के रूप में देखी थी, पर फिर से पढ़ कर अच्छा लगा 👏👏👏👏🌺🌺🌺🌺👏🌷🌷🌷🌷🌷✌️
  • author
    Madhu Sethi
    16 जुलाई 2021
    बहुत बढ़िया मार्मिक कहानी इंसान निज हित के लिए कितना स्वार्थी हो सकता है बहुत सुंदर चित्रण
  • author
    अनिता प्रदीप
    16 जुलाई 2021
    मैने भी हजारीबाग के ग्रुप में पढ़ी थी, बहुत ही सुंदर व मार्मिक कहानी है🙏👌👌👌👌💐💐
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    surya bhushan dubey "भूषण"
    16 जुलाई 2021
    बहुत सुन्दर कहानी है ऊषा जी, मैंने भी ये कहानी टेलीविजन पर कार्टून के रूप में देखी थी, पर फिर से पढ़ कर अच्छा लगा 👏👏👏👏🌺🌺🌺🌺👏🌷🌷🌷🌷🌷✌️
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    Madhu Sethi
    16 जुलाई 2021
    बहुत बढ़िया मार्मिक कहानी इंसान निज हित के लिए कितना स्वार्थी हो सकता है बहुत सुंदर चित्रण
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    अनिता प्रदीप
    16 जुलाई 2021
    मैने भी हजारीबाग के ग्रुप में पढ़ी थी, बहुत ही सुंदर व मार्मिक कहानी है🙏👌👌👌👌💐💐