शनिवार का दिन था युगांतर छुट्टी का आनंद लेते हुए घर के बाहर बरामदे में बैठा, अपने लैपटॉप में व्यस्त था। तभी फोन की घंटी बजने लगी, देखा शीना का फ़ोन हैं, शीना उसकी करीबी दोस्त हैं बचपन से जानता है ...
शनिवार का दिन था युगांतर छुट्टी का आनंद लेते हुए घर के बाहर बरामदे में बैठा, अपने लैपटॉप में व्यस्त था। तभी फोन की घंटी बजने लगी, देखा शीना का फ़ोन हैं, शीना उसकी करीबी दोस्त हैं बचपन से जानता है ...