दादाजी की आराम कुर्सी दादा जी को शानदार कुर्सियों का शौक था। जिस कुर्सी पर बैठते थे वह एक आराम कुर्सी थी। आराम कुर्सी मतलब ऐसी कुर्सी, जिस पर बैठकर सोया जा सकता था। और इसमें आगे की ओर दो हैंडल लगे ...
मानव मन की छुपी भावनाओं को व्यक्त करने का प्रयास। साधारण शब्दों में असाधारण कहने का प्रयास। लेखन में बचपन से रूचि, कविता और कहानी में वास्तविक जीवन में घटी घटनाओं पर आधारित लेखन। हिंदी, अंग्रेजी और मैथिली में लेखन। तीन किताबें प्रकाशित।
सारांश
मानव मन की छुपी भावनाओं को व्यक्त करने का प्रयास। साधारण शब्दों में असाधारण कहने का प्रयास। लेखन में बचपन से रूचि, कविता और कहानी में वास्तविक जीवन में घटी घटनाओं पर आधारित लेखन। हिंदी, अंग्रेजी और मैथिली में लेखन। तीन किताबें प्रकाशित।
बहुत सुन्दर लेखन आपका सर, ये सारी चीजें धीरे धीरे विलुप्त हो गईं है। बहुत पुरानी याद दिलाई आपने मेरे भी घर में आराम कुर्सी हुआ करती थी।बचपन में बहुत उपयोग किया गया। बहुत शानदार प्रस्तुति आपकी।
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बहुत सुन्दर लेखन आपका सर, ये सारी चीजें धीरे धीरे विलुप्त हो गईं है। बहुत पुरानी याद दिलाई आपने मेरे भी घर में आराम कुर्सी हुआ करती थी।बचपन में बहुत उपयोग किया गया। बहुत शानदार प्रस्तुति आपकी।
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