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कॉलेज की याद

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आ जाती हे कभी कॉलेज के दिनो की याद तो जीभर के हंस लेते हे । शूरु हो जाये सिलसिला ऊन यादो का तो खुद को ही खो देते हे। जीन बातो को लेकर रोते थे आज उन्ही पे हसी आती हे। न जाने क्यो ऊन पलो की बहोत याद ...

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👉 NO MSG 👈 "Think before you speak.... Read before you think...” 

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Shashikant Chavan
    16 नवम्बर 2020
    अप्रितम👌👌👌👌
  • author
    Sonali kshirsagar
    16 नवम्बर 2020
    wow superb 👌👌
  • author
    16 नवम्बर 2020
    👌👌👌👌अतिषय सुंदर
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    Shashikant Chavan
    16 नवम्बर 2020
    अप्रितम👌👌👌👌
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    Sonali kshirsagar
    16 नवम्बर 2020
    wow superb 👌👌
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    16 नवम्बर 2020
    👌👌👌👌अतिषय सुंदर