pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

"चूड़ी का टुकड़ा"

5
19

शीर्षक--"चूड़ी का टुकड़ा" चूड़ी का वही... टूटा टुकड़ा है वो, श्रृंगार में कभी शामिल था जो, खूबसूरती सदा .... प्रेयसी की बढाकर, प्रेमी के दिल को... धड़काता था जो। असहाय होकर आज.... बाहर घर के पड़ा ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
मीनू वर्मा

हिन्दी साहित्य से बेपनाह प्यार करती हूं। साहित्य के सागर की एक ऐसी बूंद बनाना चाहती हूं जो अपनी शीतलता से जन- जीवन में शांति व खुशियों का संचार कर सके। आपसब से सहयोग की अपेक्षा रखती हूं 🙏🙏

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    J.S PRODUCTIONS
    10 मार्च 2021
    वाह ... भावना प्रधान बहुत ही शानदार और लाजवाब लिखा है आपने ,खूबसूरत लेखन शैली का बेहतरीन उदाहरण है आपकी रचना।👌👌🙏
  • author
    श्वेता विजय mishra
    10 मार्च 2021
    बहुत बेहतरीन सुंदर सार्थक लाजवाब पंक्तियां लिखी आपने बहुत बहुत खूब
  • author
    sarita chand
    10 मार्च 2021
    बहुत ही खूबसूरत बेहतरीन रचना निशब्द हूं बहुत खूब 👌👌👌👌🌹💐🌹🌹🌹🌹
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    J.S PRODUCTIONS
    10 मार्च 2021
    वाह ... भावना प्रधान बहुत ही शानदार और लाजवाब लिखा है आपने ,खूबसूरत लेखन शैली का बेहतरीन उदाहरण है आपकी रचना।👌👌🙏
  • author
    श्वेता विजय mishra
    10 मार्च 2021
    बहुत बेहतरीन सुंदर सार्थक लाजवाब पंक्तियां लिखी आपने बहुत बहुत खूब
  • author
    sarita chand
    10 मार्च 2021
    बहुत ही खूबसूरत बेहतरीन रचना निशब्द हूं बहुत खूब 👌👌👌👌🌹💐🌹🌹🌹🌹