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चोरी चोरी चुपके चुपके

4.7
203

हमेशा मायूस रहने वाली रिया दिन भर खिली खिली सी रहने लगी थी, शायद यह उस सांवले सलोने हंसमुख विभोर का असर था जो रिया के साथ कॉलेज में उसकी ही क्लास में पढ़ता था।विभोर एक अच्छे संस्कारी परिवार से था। ...

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लेखक के बारे में
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सिम्पी

मैं कोई लेखिका नहीं बस कभी कभी लिखने का प्रयास करती रहती हूं

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    sushma gupta
    28 फ़रवरी 2022
    बहुत ही सुंदर मर्मस्पर्शी कहानी, विभोर ने बिल्कुल सही कहा
  • author
    vimla y jain
    10 दिसम्बर 2022
    बेहतरीन कहानी दिल को छू देने वाली
  • author
    Poonam Sharma
    06 दिसम्बर 2022
    सुंदर शानदार नन्ही सी क्था अच्छी लगी
  • author
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  • author
    sushma gupta
    28 फ़रवरी 2022
    बहुत ही सुंदर मर्मस्पर्शी कहानी, विभोर ने बिल्कुल सही कहा
  • author
    vimla y jain
    10 दिसम्बर 2022
    बेहतरीन कहानी दिल को छू देने वाली
  • author
    Poonam Sharma
    06 दिसम्बर 2022
    सुंदर शानदार नन्ही सी क्था अच्छी लगी