pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

चोरी

4.5
15017

हाय बचपन ! तेरी याद नहीं भूलती ! वह कच्चा, टूटा घर, वह पुवाल का बिछौना; वह नंगे बदन, नंगे पाँव खेतों में घूमना; आम के पेड़ों पर चढ़ना , सारी बातें आँखों के सामने फिर रही हैं। चमरौधो जूते पहन कर उस ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में

मूल नाम : धनपत राय श्रीवास्तव उपनाम : मुंशी प्रेमचंद, नवाब राय, उपन्यास सम्राट जन्म : 31 जुलाई 1880, लमही, वाराणसी (उत्तर प्रदेश) देहावसान : 8 अक्टूबर 1936 भाषा : हिंदी, उर्दू विधाएँ : कहानी, उपन्यास, नाटक, वैचारिक लेख, बाल साहित्य   मुंशी प्रेमचंद हिन्दी के महानतम साहित्यकारों में से एक हैं, आधुनिक हिन्दी कहानी के पितामह माने जाने वाले प्रेमचंद ने स्वयं तो अनेकानेक कालजयी कहानियों एवं उपन्यासों की रचना की ही, साथ ही उन्होने हिन्दी साहित्यकारों की एक पूरी पीढ़ी को भी प्रभावित किया और आदर्शोन्मुख यथार्थवादी कहानियों की परंपरा कायम की|  अपने जीवनकाल में प्रेमचंद ने 250 से अधिक कहानियों, 15 से अधिक उपन्यासों एवं अनेक लेख, नाटक एवं अनुवादों की रचना की, उनकी अनेक रचनाओं का भारत की एवं अन्य राष्ट्रों की विभिन्न भाषाओं में अन्यवाद भी हुआ है। इनकी रचनाओं को आधार में रखते हुए अनेक फिल्मों धारावाहिकों को निर्माण भी हो चुका है।

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    PA Pashupati Nath Singh
    10 जुलाई 2018
    आज का आदमी इस कथा को स्वीकार नहीं करेगा लेकिन उस काल का यह कटु सत्य है
  • author
    Pankaj Jain
    28 मई 2019
    अति सुंदर कहानी है लगभग वही लगता है जो हमने भी अपने बचपन में हमारे जीवन मे महसूस किया था ।। सच्ची, स्वच्छ व सुंदर कहानी है जो आज के दौर बच्चो के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है उनकी समझ व लालसा को नियंत्रित करने के लिए ।
  • author
    Naveen Agrawal
    05 जुलाई 2020
    अद्भुत चित्रण किया है एक ग्रामीण परिवेश के लड़कपन का,ऐसा लगा कि मेरी अथवा मेरे जैसे ही अनेक लोगों की ही कहानी लेखक ने लिखी है । अति उत्तम ।
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    PA Pashupati Nath Singh
    10 जुलाई 2018
    आज का आदमी इस कथा को स्वीकार नहीं करेगा लेकिन उस काल का यह कटु सत्य है
  • author
    Pankaj Jain
    28 मई 2019
    अति सुंदर कहानी है लगभग वही लगता है जो हमने भी अपने बचपन में हमारे जीवन मे महसूस किया था ।। सच्ची, स्वच्छ व सुंदर कहानी है जो आज के दौर बच्चो के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है उनकी समझ व लालसा को नियंत्रित करने के लिए ।
  • author
    Naveen Agrawal
    05 जुलाई 2020
    अद्भुत चित्रण किया है एक ग्रामीण परिवेश के लड़कपन का,ऐसा लगा कि मेरी अथवा मेरे जैसे ही अनेक लोगों की ही कहानी लेखक ने लिखी है । अति उत्तम ।