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चित्र बुद्धि के

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चित्त पर अंकित हैं चित्र बुद्धि के जब तक। जब ये मिट न जाएं तेरी छवि अंकित होती नहीं। ...

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लेखक के बारे में

भाव और भाषा जीवन के विस्तार हैं, कदम कदम पर जीवन के श्र्ंगार हैं।

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

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  • author
    Aruna Soni
    29 दिसम्बर 2020
    वाह! बहुत सुन्दर, सच है कि बुद्धि ह्रदय तक पहुँचने के मार्ग में सबसे बड़ी बाधा है ।सुन्दर एवं सार्थक कल्पना 👌👌सादर सुप्रभात वैष्णव भाई 🙏🌷
  • author
    आशा रानी शरण
    28 दिसम्बर 2020
    बहुत बेहतरीन लिखा है आपने धन्यवाद नमस्कार। आजकल मुझसे नाराज हैं क्या भाई मेरी कितनी रचना पर आप की समीक्षा नहीं मिली। रोज प्रतीक्षा करती हूँ|
  • author
    Medha "मेधा"
    28 दिसम्बर 2020
    सत्य, 😊.. भावों से बुद्धि का कोई सरोकार नहीं.... 🙏🙏🙏
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    Aruna Soni
    29 दिसम्बर 2020
    वाह! बहुत सुन्दर, सच है कि बुद्धि ह्रदय तक पहुँचने के मार्ग में सबसे बड़ी बाधा है ।सुन्दर एवं सार्थक कल्पना 👌👌सादर सुप्रभात वैष्णव भाई 🙏🌷
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    आशा रानी शरण
    28 दिसम्बर 2020
    बहुत बेहतरीन लिखा है आपने धन्यवाद नमस्कार। आजकल मुझसे नाराज हैं क्या भाई मेरी कितनी रचना पर आप की समीक्षा नहीं मिली। रोज प्रतीक्षा करती हूँ|
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    Medha "मेधा"
    28 दिसम्बर 2020
    सत्य, 😊.. भावों से बुद्धि का कोई सरोकार नहीं.... 🙏🙏🙏