pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

*चिन्तन के पल.लोगों का क्या है .उनकी राय परिस्थिति के अनुसार बदलती रहती है। चाय मक्खी में गिरे तो चाय फेंक देते हैं और देशी घी मे गिरे तो मक्खी को

5
1

*चिन्तन के पल...* समुद्र के किनारे जब एक लहर आयी तो एक बच्चे की चप्पल ही अपने साथ बहा ले गयी.. बच्चा रेत पर अंगुली से लिखता है "समुद्र चोर है" उसी समुद्र के एक ,  दूसरे किनारे कुछ ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
Vinay Sinha

शून्य से शून्य तक की यात्रा का प्रयास करता हूं।

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Priyanka गर्ग
    23 नवम्बर 2021
    सही कहा आपने 👌
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Priyanka गर्ग
    23 नवम्बर 2021
    सही कहा आपने 👌