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हिन्दी

चिंता

4.3
815

लगे आने, हृदय धन से कहा मैंने कि मत आओ। कहीं हो प्रेम में पागल न पथ में ही मचल जाओ॥ कठिन है मार्ग, मुझको मंजिलें वे पार करनीं हैं। उमंगों की तरंगें बढ़ पड़ें शायद फिसल जाओ॥ तुम्हें कुछ चोट आ जाए कहीं ...

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लेखक के बारे में

मूल नाम : सुभद्रा कुमारी चौहान जन्म : 16 अगस्त 1904, इलाहाबाद(उत्तर प्रदेश) देहावसान : 15 फरवरी 1948, जबलपुर(मध्य प्रदेश) भाषा : हिन्दी विधाएँ : कविता, कहानी सुभद्रा कुमारी चौहान एक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं हिन्दी भाषा की एक सुप्रसिद्ध रचनाकार हैं, इनकी कविता झाँसी की रानी एक कालजयी रचना मानी जाती है। इनके सम्मान में भारत सरकार ने एक डाक टिकट जारी किया हुआ है, और साथ ही साथ भारतीय नवसेना ने अपने एक तट-रक्षक जहाज का नाम भी इनके नाम पर रखा है।

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    अरविन्द सिन्हा
    16 अगस्त 2019
    रोचक अभिव्यक्ति ।
  • author
    Brijesh Singh
    06 जून 2020
    Great
  • author
    Dharmendar Ramawat
    26 सितम्बर 2018
    yathart.
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    अरविन्द सिन्हा
    16 अगस्त 2019
    रोचक अभिव्यक्ति ।
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    Brijesh Singh
    06 जून 2020
    Great
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    Dharmendar Ramawat
    26 सितम्बर 2018
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