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चिंगारी कोई भड़के..

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चिंगारी कोई भड़के तो सावन उसे बुझाये.. सावन जो अगन लगाए उसे कौन बुझाये.. साकी महफ़िल में बुलाये तो मेहबूब रंगीला हो जाए.. साकी जिसे महफ़िल से उठाए उसे फ़िर कौन बिठाये.. ...

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लेखक के बारे में
author
Mohan Sharma

🌹आदमी सच बोलने की सज़ा पाता है.. इसलिए वो सच बोलने से घबराता है .🌹

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    20 जून 2023
    वाह वाह वाह वाह वाह वाह वाह वाह सर,,,,,,, बहुत ही शानदार, बेहतरीन व बहुत ही नायाब पंक्तियाँ लिखा है आपने ✍️💐💐💐💐💐💐💐 बेहद ही गहरे व अर्थपूर्ण पंक्तियाँ.... लिखा है आपने सर... शानदार अभिव्यक्ति ✍️⭐️⭐️⭐️⭐️⭐️🙏🙏
  • author
    Rina Dhole
    24 जून 2023
    वाह वाह क्या बात है। बहुत ही जानदार शानदार प्रस्तुति है।
  • author
    सीमा दहिया
    21 जून 2023
    बहुत सुन्दर प्रस्तुति आपकी, बहुत खूब लिखा आपने लाजवाब रचना
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    20 जून 2023
    वाह वाह वाह वाह वाह वाह वाह वाह सर,,,,,,, बहुत ही शानदार, बेहतरीन व बहुत ही नायाब पंक्तियाँ लिखा है आपने ✍️💐💐💐💐💐💐💐 बेहद ही गहरे व अर्थपूर्ण पंक्तियाँ.... लिखा है आपने सर... शानदार अभिव्यक्ति ✍️⭐️⭐️⭐️⭐️⭐️🙏🙏
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    Rina Dhole
    24 जून 2023
    वाह वाह क्या बात है। बहुत ही जानदार शानदार प्रस्तुति है।
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    सीमा दहिया
    21 जून 2023
    बहुत सुन्दर प्रस्तुति आपकी, बहुत खूब लिखा आपने लाजवाब रचना