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छुट्टियां

4.3
9674

छुट्टियां सुधा के लिए थकान भरा हफ्ता होती थी

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लेखक के बारे में
author
Antima Singh

एक माँ लिखने का शौक बचपन से अपने विचार कहानी कविता के माध्यम से आप तक पहुचाने का प्रयास

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Tarini Pathak
    15 अगस्त 2020
    अगर नारी ही नारी के मन की बात नहीं समझ सकती है तो कैसे काम चलेगा सुधा की नंद और सास को उसके काम में मदद करना चाहिए हर नारी को एक दूसरे का सहयोग करने की भावना होनी चाहिए कहानी बहुत संदेश देने वाली है
  • author
    Roma Parashari
    02 सितम्बर 2020
    यही अधिकांश परिवारों की वास्तविकता है हम बातें तो आदर्शो की करते हैं पर उन्हे चरितार्थ नही करते हैं।
  • author
    Samta Parmeshwar
    17 सितम्बर 2018
    यही कारण है कि आज ननद भाभी के रिश्ते निभाना मुश्किल हो रहा है। बहुत अच्छी कहानी है।
  • author
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    Tarini Pathak
    15 अगस्त 2020
    अगर नारी ही नारी के मन की बात नहीं समझ सकती है तो कैसे काम चलेगा सुधा की नंद और सास को उसके काम में मदद करना चाहिए हर नारी को एक दूसरे का सहयोग करने की भावना होनी चाहिए कहानी बहुत संदेश देने वाली है
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    Roma Parashari
    02 सितम्बर 2020
    यही अधिकांश परिवारों की वास्तविकता है हम बातें तो आदर्शो की करते हैं पर उन्हे चरितार्थ नही करते हैं।
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    Samta Parmeshwar
    17 सितम्बर 2018
    यही कारण है कि आज ननद भाभी के रिश्ते निभाना मुश्किल हो रहा है। बहुत अच्छी कहानी है।