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छल -कपट

4.7
61

कभी भी जिदंगी में ऐसी घटनाएं घट जाती हैं जो समय के साथ भूलती नहीं है वरन् हर कदम पर याद आती रहती है।ऐसी ही एक घटना मेरी सखी राखी के साथ 39 वर्ष पूर्व घटी जिसकी याद  प्रत्येक साल करवाचौथ का त्यौहार ...

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लेखक के बारे में
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Sudershan Khare

नाम तो ऊपर लिखा ही है आयु 73 लखनऊ से अब दिल्ली-एनसीआर (रोहिणी) में निवास लगभग 37 वर्ष पुस्तकालयाध्या की नौकरी करने के उपरांत 2007 में अवकाशप्राप्त । अब स्वतंत्र लेखन और NGO (उदयन शालिनी) जो बालिकाओं के लिए कार्य करता है उससे जुड़ाव । परिवार में पति,बेटे-बहू । बिटिया ससुराल मे. शादी के51 वर्ष 11.12.2020 को पूर्ण । बस यही मेरा परिचय है

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Sulekha Chatterjee
    13 अक्टूबर 2022
    बड़ी मार्मिक परंतु सत्य कथा आपने लिखी सुदर्शन जी। अपने जीवन साथी के अपने मन पर लगाम न लगाने के कारण जो परिस्थितियाँ हुई, आपकी सखी के लिए जीवन पर्यंत दुखदाई रहा 🙏🙏🙏🙏🙏🙏👍👍
  • author
    N Chow Chow
    13 अक्टूबर 2022
    nice
  • author
    vimla y jain
    13 अक्टूबर 2022
    Aisa bahut hota hai behtarin Magar dukhad kahani
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    Sulekha Chatterjee
    13 अक्टूबर 2022
    बड़ी मार्मिक परंतु सत्य कथा आपने लिखी सुदर्शन जी। अपने जीवन साथी के अपने मन पर लगाम न लगाने के कारण जो परिस्थितियाँ हुई, आपकी सखी के लिए जीवन पर्यंत दुखदाई रहा 🙏🙏🙏🙏🙏🙏👍👍
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    N Chow Chow
    13 अक्टूबर 2022
    nice
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    vimla y jain
    13 अक्टूबर 2022
    Aisa bahut hota hai behtarin Magar dukhad kahani