इस समय भारत के सर्वाधिक लोकप्रिय कवि डॉ कुमार विश्वास एवम भूतपूर्व नेता आम आदमी पार्टी अपना एक संस्मरण सुनाते हुए कहते हैं कि एक बार हिंदी साहित्य के मूर्धन्य साहित्यकार और कवि जो अब दिवंगत हो ...
मै ना ही कोई लेखक हूं और ना ही कोई कवि । मात्र लाकडाऊन के चलते खाली समय का सदुपयोग करते हुए कुछ सच घटनाए लिख रहे है । भाषाई त्रुटियो और प्रवाह तथा शैली की कसौटी पर ना कसते हुए ही देखिए ।
सारांश
मै ना ही कोई लेखक हूं और ना ही कोई कवि । मात्र लाकडाऊन के चलते खाली समय का सदुपयोग करते हुए कुछ सच घटनाए लिख रहे है । भाषाई त्रुटियो और प्रवाह तथा शैली की कसौटी पर ना कसते हुए ही देखिए ।
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