<p>रोहित कुमार 'हैप्पी' न्यूज़ीलैंड में <strong>हिंदी</strong> <strong>न्यू</strong> <strong>मीडिया</strong> के माध्यम से हिंदी भाषा, लेखन व साहित्य के प्रचार-प्रसार हेतु प्रयासरत हैं। रोहित मैस्सी यूनिवर्सिटी, न्यूज़ीलैंड से ‘पत्रकारिता’ में प्रशिक्षित हैं व इसके अतिरिक्त न्यूज़ीलैंड से इंवेस्टिगेटिव सर्विसिस, ग्राफिक्स, मल्टीमीडिया व वेब डिवेलपमैंट में भी प्रशिक्षित हैं। </p>
<p>हिंदी में कविता, ग़ज़ल, कहानी और लघु-कथा विधाओं पर लेखन करते हैं। आपकी रचनाएं ऑउटलुक, नई दुनिया, पाञ्चजन्य, ज़ी न्यूज़, दैनिक ट्रिब्यून, वेब दुनिया, पंजाब केसरी, वीर प्रताप, हरिगंधा, शांति-दूत, सृजन-गाथा, प्रभा साक्षी, अभिव्यक्ति के अतिरिक्त न्यूज़ीलैंड की स्कूप, वायकाटो टाइम्स, संडे स्टार, इंडियन टाइम्स, एशियन मैग्ज़ीन में प्रकाशित हुई हैं। रोहित कुमार 'वॉयस ऑव अमेरिका', 'डायचे वेले' पर वार्ताओं में सक्रिय रहे हैं और 90 के दशक में न्यूज़ीलैंड में 'कम्युनिटी' रेडियो (सर्वश्रेष्ठ कार्यक्रम से सम्मानित), रेडियो देस-प्रदेस, रेडियो तराना पर समाचार वाचक रहे हैं।<br />
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रोहित न्यूज़ीलैंड से प्रकाशित इंटरनेट पर विश्व की पहली हिंदी पत्रिका, '<strong>भारत</strong><strong>-</strong><strong>दर्शन</strong>' का संपादन व प्रकाशन करते हैं व निरंतर हिंदी-कर्म में अग्रसर हैं। यह पत्रिका 1996-97 से इंटरनेट पर प्रकाशित हो रही है।</p>
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