काश कि किसी अफसाने को शुरु करने से पहले उसके अंजाम का ठीक-ठीक पता होता! पता होता तो क्या लोकेश की, शुभा की जिंदगी आज कुछ और होती? या कि शुभा इस दुनिया में आई ही नहीं होती? पूजाघर से सामान ला-लाकर थाल ...
काश कि किसी अफसाने को शुरु करने से पहले उसके अंजाम का ठीक-ठीक पता होता! पता होता तो क्या लोकेश की, शुभा की जिंदगी आज कुछ और होती? या कि शुभा इस दुनिया में आई ही नहीं होती? पूजाघर से सामान ला-लाकर थाल ...