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चल आ एक ऐसी नज़्म कहूं

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चल आ एक ऐसी नज़्म कहूं जो लफ्ज़ कहूं वो हो जाए बस अश्क कहूं तो एक आंसू तेरे गोरे गालों को धो जाए मैं आ लिंक्खू तू आ जाए मैं बैठ लिंक्खु तू आ बैठे मेरे कांधे पर सर रक्खे तू मैं नींद कहूं तू सो जाए ...

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लेखक के बारे में

I'm Agnostic atheist

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Ruchika Neema
    25 मई 2024
    nice line 👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌
  • author
    Sarita S
    14 मई 2024
    awasom creation 👌🏻👌🏻👌🏻👌🏻❤
  • author
    Imagination World "Madhuri"
    05 अप्रैल 2023
    ❤️❤️❤️किया बात हैं...
  • author
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  • author
    Ruchika Neema
    25 मई 2024
    nice line 👌👌👌👌👌👌👌👌👌👌
  • author
    Sarita S
    14 मई 2024
    awasom creation 👌🏻👌🏻👌🏻👌🏻❤
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    Imagination World "Madhuri"
    05 अप्रैल 2023
    ❤️❤️❤️किया बात हैं...