पढ़ने का शौक रखता हूँ..
लिखने का भी हैं परंतु शायरी ही हमेशा लिख पाया..
अब सोच रहा हूँ कविताओं और कहानियों की भी शुरुआत करूँ.. शायद समय कुछ और दूर तक ले जाये..
कहा तक ये समय पर ही छोड़ देते हैं 😉😉
9 may 2020
#वर्षा श्रीवास्तव
पागल.. जिनकी कहानी "मेरे सामने वाली खिड़की" पढकर मुझे लिखने की इच्छा हुई और कहानी पूरी होते होते मेरी इच्छा प्रबल होती गई.. उस कहानी को पढ़ते पढ़ते में हर पल एक अलग दुनिया में जीने लगा.. हर पल शायरी करने लगा, कविताओं से तो मेरा गहरा नाता हो गया.. वर्षा जी खुद को आधा पागल बोलती है. .
मेरे लिए वो पुरी ही पागल है.. उस पागल लहरी के जैसे..
मेरे लिए वर्षा श्रीवास्तव नहीं.. वर्षा लहरी (पागल) हैं..
12.5.20
@Asha Shukla ""Asha""
शुक्ला जी.. ये वो है जिनसे मुझे लिखने की प्रबल प्रेरणा मिली.. लहरी की कहानी पढ़कर मे लिखने का हमेशा सोचा करता था पर कभी लिख नहीं पाया.. पर शुक्ला जी के एक बार कहने से ही मेरी कलम अपने आप चलने लगी बिना रुके बिना थके.. ये आपके स्नेह और आशीर्वाद का ही असर है शायद.. शुक्ला जी का बहुत बहुत आभार आपका स्नेह मुझ पर ऐसे ही बना रहे भगवान से यही दुआ..
12.5.20
रिपोर्ट की समस्या
रिपोर्ट की समस्या
रिपोर्ट की समस्या