pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

चहारदीवारी में कैद आज़ादी

4.9
243

आज मेरे बारहवीं के परिणाम आने वाले थे और मैं निफिक्र सोई हुई थी।अब तैयारी अच्छी हुई होती है तो परिणाम की फ़िक्र होती है  इधर तो बस इतना ही था कि किसी तरह से पास हो जाऊं। मेरा पूरा साल तो अपनी ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में

देवरिया , गोरखपुर और लखनऊ में पाए जाने वाला प्राणी हूं । #अखंड_निहायत_जनेऊधारी_सिंगल 😀😀 धरा पर अवतार - 13 Sep. अब क्या कहूं कि मैं क्या हूं, आप से ही सब कुछ तो आप पे ही कुर्बान हूं । #NAVY ⚔️🇮🇳🇮🇳🇮🇳 Instagram : shashank_tiwari_aarav https://www.instagram.com/shashank_tiwari_aarav/

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    rkap
    22 मई 2021
    वाह बहुत बढ़िया....बनते बिगड़ते रिश्तों की भावनात्मक कहानी
  • author
    Raman Tiwari
    22 मई 2021
    श्रेष्ठ एवं उत्कृष्ट रचना, ऐसे लगा की कोई सच्ची घटना आंखो के सामने चल रही हो, शुरू से अंत तक बांधी रही , रिश्तों की परिभाषा सिखाती हुई श्रेष्ठ लेखन।
  • author
    Mrs . Deepa Gautam ❤️
    23 मई 2021
    दिल को छू लेने वाली एक बहुत ही खूबसूरत कहानी ।💐💐👏👏👏👌👌👌
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    rkap
    22 मई 2021
    वाह बहुत बढ़िया....बनते बिगड़ते रिश्तों की भावनात्मक कहानी
  • author
    Raman Tiwari
    22 मई 2021
    श्रेष्ठ एवं उत्कृष्ट रचना, ऐसे लगा की कोई सच्ची घटना आंखो के सामने चल रही हो, शुरू से अंत तक बांधी रही , रिश्तों की परिभाषा सिखाती हुई श्रेष्ठ लेखन।
  • author
    Mrs . Deepa Gautam ❤️
    23 मई 2021
    दिल को छू लेने वाली एक बहुत ही खूबसूरत कहानी ।💐💐👏👏👏👌👌👌