“रे बुधवा…तेरा बाप फंस गया। दौड़, जल्दी दौड़। मैं बाकियों को बुला के आता। रे बावले खड़ा क्यूं है? भाग तेजी से।” मोहल्ले के उस आदमी की आवाज़ सुनकर, बुधवा का मन घबड़ा उठा। उसने एकदम से कुछ सोचा, मन ही मन ...
“रे बुधवा…तेरा बाप फंस गया। दौड़, जल्दी दौड़। मैं बाकियों को बुला के आता। रे बावले खड़ा क्यूं है? भाग तेजी से।” मोहल्ले के उस आदमी की आवाज़ सुनकर, बुधवा का मन घबड़ा उठा। उसने एकदम से कुछ सोचा, मन ही मन ...