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ब्रह्मराक्षस

4.3
32351

यहां कहानी प्राचीन भूत प्रेत के विषय में है कृपया पूरा पढ़ें और जाने प्राचीन काल के राक्षसों के बारे में ,अथवा यहां कहानी कोई डरावनी कहानी नहीं है , ,____________________________, एक ...

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लेखक के बारे में

https://www.youtube.com/channel/UC6L_a4oQTmYDtFGFnbR0H7Q मेरी कथाएं अथवा कहानियां का उदेश एक मात्र मनोरंजन है, अथवा मैं किसी पुस्तक से कहानी लिखने का प्रयास नहीं करता हूं, ये कहानी मेरे खुद के जीवन में बुजुर्ग और बुद्धिमान लोगों द्वारा सुनाई गई कहानियों में से एक है, कुछ कहानी काल्पनिक है, कुछ कहानी वास्तविकता को दर्शाती है, जो मेरे जीवन की घटनाओं पर आधारित है।। उम्मीद करता हूं आप सभी को मेरी कथाएं अवश्य पसंद आयेगी, आप सभी का आभार प्रकट करता हूं और धन्यवाद देना चाहता हूं आपका प्यारा मित्र कृष्णा ।। https://www.facebook.com/kishan.khadka.543

समीक्षा
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  • author
    शिल्पी
    20 जनवरी 2020
    कहानी बहुत अच्छी हैं, ब्रह्म राक्षस की उत्पत्ति कैसे होती हैं, थोड़ा इसके विषय में बताते तो औऱ अच्छा लगता।
  • author
    09 अक्टूबर 2019
    कृष्णा जी आप की कहानी समाज की उस मानसिकता को दर्शाती है। जहां कहीं ना कहीं हमारे समाज में ही किसी न किसी रूप में एक ब्रह्मराक्षस का साया मंडराता रहता है। लेकिन हम उस ब्रह्मराक्षस की गतिविधियों को नहीं पहचान पाते । और डर और भय का वातावरण ऐसा बन जाता है की हर कोई डर के मारे उस ब्रह्मराक्षस के सामने अपना मुंह नहीं खोल पाता । आप की कहानी अत्यंत उत्कृष्ट रचना है । धन्यवाद चंद्रशेखर मारकंडे
  • author
    Rani "👑"
    13 जुलाई 2021
    मुझे प्रतिलिपि पर फॉलो करें : https://hindi.pratilipi.com/user/0992z45x09?utm_source=android&utm_campaign=myprofile_share भारतीय भाषाओँ में अनगिनत रचनाएं पढ़ें, लिखें और दोस्तों से साझा करें, पूर्णत: नि:शुल्क
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    शिल्पी
    20 जनवरी 2020
    कहानी बहुत अच्छी हैं, ब्रह्म राक्षस की उत्पत्ति कैसे होती हैं, थोड़ा इसके विषय में बताते तो औऱ अच्छा लगता।
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    09 अक्टूबर 2019
    कृष्णा जी आप की कहानी समाज की उस मानसिकता को दर्शाती है। जहां कहीं ना कहीं हमारे समाज में ही किसी न किसी रूप में एक ब्रह्मराक्षस का साया मंडराता रहता है। लेकिन हम उस ब्रह्मराक्षस की गतिविधियों को नहीं पहचान पाते । और डर और भय का वातावरण ऐसा बन जाता है की हर कोई डर के मारे उस ब्रह्मराक्षस के सामने अपना मुंह नहीं खोल पाता । आप की कहानी अत्यंत उत्कृष्ट रचना है । धन्यवाद चंद्रशेखर मारकंडे
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    Rani "👑"
    13 जुलाई 2021
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