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किताबी प्यार

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4.4

जनवरी के रविवार की सुबह है और मैं अपने गर्म बिस्तर में अपनी आँखों को ना खोलने की जिद लिए एक मृत प्राणी की तरह पड़ा हुँ... तभी नीचे किचन में से मम्मी की आवाज आई पानी गर्म हो गया है नहा ले अरे यार..... ...