pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

बुढे बाबा

4.4
9993

बीच सड़क के किनारे एक लैंप पोस्ट के नीचे एक बूढ़े बाबा को देख लोग तरह तरह की बातें बना रहे थे । दुबले पतले से बाबा रोज़ इसी तरह आकर मुंह नीचे किये बैठे मिलते । " अरे बाबा आप कौन हैं , आप यहाँ रोज़ क्यों ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
कल्पना भट्ट

२४ साल की नौकरी के बाद अब लेखन की और बढ़ रही हूँ | प्रोफेशनल लेखक नहीं हूँ , पर हाँ कुछ सार्थक लिख पाऊं यह तमन्ना जरुर है | साहित्य की विद्यार्थी बनकर रहना चाहूंगी |

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Dr. Vasudha Vats
    15 ఫిబ్రవరి 2020
    हृदयस्पर्शी कहानी
  • author
    monica lal
    10 జూన్ 2021
    मार्मिक कहानी...ज़माना बदल गया है मां बाप बच्चों में सोचबका गहरा अंतर आ गया है..ज़रूरत है कि अभी संभाल जाएं वरना बहुत देर हो जायेगी
  • author
    Rajnee Singh
    16 జూన్ 2020
    दो पीढ़ियों के बीच के द्वंद को आपने बहुत खूबसूरती से रचना के माध्यम से सबको अवगत कराया, बहुत सुंदर।
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Dr. Vasudha Vats
    15 ఫిబ్రవరి 2020
    हृदयस्पर्शी कहानी
  • author
    monica lal
    10 జూన్ 2021
    मार्मिक कहानी...ज़माना बदल गया है मां बाप बच्चों में सोचबका गहरा अंतर आ गया है..ज़रूरत है कि अभी संभाल जाएं वरना बहुत देर हो जायेगी
  • author
    Rajnee Singh
    16 జూన్ 2020
    दो पीढ़ियों के बीच के द्वंद को आपने बहुत खूबसूरती से रचना के माध्यम से सबको अवगत कराया, बहुत सुंदर।