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काला तिल

4.5
22109

इंस्‍पेक्‍टर ने कार के शीशे बंद करते हुए एक बार फिर कुम्‍हार के झोपड़े की ओर देखा। झोपड़े की दहलीज़ पर खड़े कुम्‍हार और उसकी पत्‍नी की नजरें कार के पीछे वाले काँच को भेदती हुई उस बालक पर गड़ी हुई ...

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लेखक के बारे में
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DrLalitSinghR

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समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Rekha Thakur
    12 జనవరి 2018
    ek maa hi apne bachche ke bhavishy ke liye kuch bhi kar sakati h. kahahi bahut achchi h.
  • author
    Komal Patel
    22 సెప్టెంబరు 2019
    बच्चे के अच्छे भविष्य के लिए माँ बाप क्या कर जाते है इसका अंदाजा तो भगवान भी न लगा सके है...... दिल पर पत्थर रखा और जाने दिया अपने बेटे को...... 😔😔😔😔😔😔
  • author
    03 ఆగస్టు 2018
    बहुत ही बेहतरीन कहानी, आपकी लेखनी अव्वल दर्जे के लेखक को दर्शाती है
  • author
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    Rekha Thakur
    12 జనవరి 2018
    ek maa hi apne bachche ke bhavishy ke liye kuch bhi kar sakati h. kahahi bahut achchi h.
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    Komal Patel
    22 సెప్టెంబరు 2019
    बच्चे के अच्छे भविष्य के लिए माँ बाप क्या कर जाते है इसका अंदाजा तो भगवान भी न लगा सके है...... दिल पर पत्थर रखा और जाने दिया अपने बेटे को...... 😔😔😔😔😔😔
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    03 ఆగస్టు 2018
    बहुत ही बेहतरीन कहानी, आपकी लेखनी अव्वल दर्जे के लेखक को दर्शाती है