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*बिन माँगे मोती मिले, माँगे मिले न भीख* (भाव पल्लवन)

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इस प्रसिद्ध कहावत का अर्थ है कि कई बार इंसान को उसकी योग्यता, कर्मों, परिश्रम और भाग्यानुसार, बिना माँगे य्य चाहे भी अमूल्य वस्तुएँ (मोती) प्राप्त हो जातीं हैं। वहीं किसी को दर-दर ...

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लेखक के बारे में
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Neelofar Neelu

एक नवोदित कवयित्री, शायरा और लेखिका। मुझे पुराने क्लासिकल फिल्मी गाने सुनना बहुत अच्छा लगता है। हिंदी, अंग्रेज़ी, पंजाबी और उर्दू भाषाएँ समझती हूँ। लघु कथाएँ, कहानियाँ और उपन्यास पढ़ने का शौक रखती हूँ। फ़ेसबुक मित्रों के कहने पर पिछले कुछ समय से लिखने का भी प्रयास आरम्भ किया है। मेरे 12 सांझा काव्य संग्रह, एक साँझा लघुकथा संग्रह और एक साँझा समीक्षा संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं। उर्दू भाषा को बेहद पसंद करती हूँ। मेरी अधिकतर रचनाओं में उर्दू भाषा का समावेश होता है। कुछ रचनाएँ पंजाबी भाषा में भी लिखी हैं। अतुकांत रचनाएँ लिखना मेरा शौक है। मेरी रचनाओं को पढ़कर एक मित्र ने तो इसे "नीलोफ़री विधा" का नाम ही दे दिया है। मेरा पहला एकल काव्य संग्रह "भाव तरंगिनी" प्रकाशित हो चुका है।😊💐

समीक्षा
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  • author
    Jai Sharma
    05 अक्टूबर 2023
    राधे राधे नीलोफर जी बहुत बढ़िया बहुत सुन्दर रचना जी
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    Jai Sharma
    05 अक्टूबर 2023
    राधे राधे नीलोफर जी बहुत बढ़िया बहुत सुन्दर रचना जी