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बिन बुलाये मेहमान

4.9
12

*बिन बुलाये मेहमान* घर की खुली खिडकियों से ना जाने क्यूँ आ जाते हैं ये बिन बुलाये मेहमान कभी उत्सुकता से मुझे देखते हैं तो कभी अपनी व्यस्तताओं में उलझ जाते हैं कभी अपने पंखों को फडफडाते हैं ...

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लेखक के बारे में
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रिंकल शर्मा

लेखिका, कवयित्री एवं पत्रकार 12 पुस्तकों का सफल प्रकाशन। जावेद अख़्तर, मुनव्वर राणा, वसीम बरेलवी, अशोक चक्रधर, सुरेंद्र शर्मा एवं कुंवर बेचैन इत्यादि 20 से अधिक लोगों का साक्षात्कार। थिएटर, विविध भारती, दूरदर्शन तथा वेब सीरीज़ का अनुभव। गंगा महिमा, फोर्थ पॉइंट, गृहलक्ष्मी, वर्ल्ड मिरर, स्वदेश, प्रबल प्रहरी इत्यादि अनेकों पत्र पत्रिकाओं में आलेख एवम कविता और कहानियों का निरन्तर लेखन।

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Ritu Goel
    18 अगस्त 2021
    वाह वाह बहुत खूब अति सुन्दर प्रस्तुति शानदार बेहतरीन लेखन क्यों चले आते हैं यह बिन बुलाए मेहमान बहुत खूब अभिव्यक्ति
  • author
    27 अगस्त 2021
    बहुत ख़ूबसूरत अभिव्यक्ति है, मेरी भी कुछ यही सोच है।
  • author
    02 सितम्बर 2021
    उत्तम सृजन, सुंदर प्रस्तुति
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    Ritu Goel
    18 अगस्त 2021
    वाह वाह बहुत खूब अति सुन्दर प्रस्तुति शानदार बेहतरीन लेखन क्यों चले आते हैं यह बिन बुलाए मेहमान बहुत खूब अभिव्यक्ति
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    27 अगस्त 2021
    बहुत ख़ूबसूरत अभिव्यक्ति है, मेरी भी कुछ यही सोच है।
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    02 सितम्बर 2021
    उत्तम सृजन, सुंदर प्रस्तुति