pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

भूत आया भूत आया

4.8
7

इससे घटिया पन ही कहेंगे भूत होते होंगे तो हों पर विज्ञानिक तरीके से पेश किया जाए भूत लोग किसी एक जगह नही होते लाखों मे एक आदमी देख पाता हैं इन्हें आधुनिक युग मे रिसर्च भी हो रही पर भूत को भूत बनाना ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में

मैं एक स्वतंत्र (फ्रीलांस) लेखक हूँ, जो अपनी लेखनी से पाठकों के चेहरों पर मुस्कान लाने का प्रयास करता हूँ। ना मैं किसी सरकारी सांड की तरह फाइलों में उलझता हूँ और ना ही प्रशासनिक पेचिदगियों में उलझता हूँ। मैं "फ्री" वाला लेखक हूँ—अपनी मर्ज़ी से लिखने वाला, अपने शब्दों का मालिक। मेरी कलम उन मुद्दों को छूती है जो हमारे रोज़मर्रा के जीवन को प्रभावित करते हैं, लेकिन हास्य और व्यंग्य के चश्मे से। मेरे लेख एक हल्की-फुल्की मुस्कान के साथ गहरी समझ देने की कोशिश करते हैं। छ अलग तरह की abstract और वयंग्यातमक,समाज से सरोकार रखने वाली कहानियाँ,लेख आदि के लिए मुझे पड़िये. मैं (R Mehndiratta) फ्री लांस लेखक हूँ । He has penned books and articles on social issues..Science fiction, spirituality ,astrology and popular physics.Does abstract painting and cartooning too. Likes to read He is a Electronic engineer with long experience. He is a keen passionate writer and broadcaster too. कई पत्रिकाओं के लिए लिखते हँ, जैसे वयंग्य यात्रा आदि। Please use email id.. [email protected] to write to author.

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Krishna Shukla
    13 सितम्बर 2021
    बहुत सही शायद प्रति लिपि पर इसी लिए एक से बढ़ कर एक डरावने बहुत इकट्ठा होगये है.. रात मेँ कहानी पढ़ने मेँ भय लगता है .. बहुत बढ़िया
  • author
    upendra kumar singh "परमार"
    13 सितम्बर 2021
    वा सुंदर रचना
  • author
    13 सितम्बर 2021
    सुंदर लिखा आप ने
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Krishna Shukla
    13 सितम्बर 2021
    बहुत सही शायद प्रति लिपि पर इसी लिए एक से बढ़ कर एक डरावने बहुत इकट्ठा होगये है.. रात मेँ कहानी पढ़ने मेँ भय लगता है .. बहुत बढ़िया
  • author
    upendra kumar singh "परमार"
    13 सितम्बर 2021
    वा सुंदर रचना
  • author
    13 सितम्बर 2021
    सुंदर लिखा आप ने