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भूली बिसरी मोहब्बत

4.1
3330

इलाहाबाद एक मौजी शहर है, लोग भी मौजी और जलवायु भी मौजी जाड़े के बीच कब गर्मी पड़ने लगे और कब कोहरे में बरसात होने लगे इसका कोई समय, दिन, तारीख नहीं। इसी शहर में बसता है एक नया शहर तंबुओं में, माघ ...

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लेखक के बारे में
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पांडेय सौरभ
समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Gauri Aarya
    03 मई 2024
    मेले मे जीवन के सभी रंग बिखरे हुए होते है। आपने बड़ी खूबसूरती से वो रंग चुना कहानी मे जो जीवन की भागदौड़ में अक्सर अनदेखा रह जाता है।👌👌👌👌👌
  • author
    Niharika Raj
    07 जनवरी 2018
    कहानीे छूती है दिल को । जब अमीर हो कोई तो दिया लिया मायने नहीं रखता पर खुद अभाव में रह कर किसी की मदद काबिल- ए- तारीफ है।
  • author
    07 जनवरी 2018
    इलाहाबाद!जहाँ सुकून है!शांति है,वहां की प्रेम कहानी भी सुकून भरी होती है।
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    Gauri Aarya
    03 मई 2024
    मेले मे जीवन के सभी रंग बिखरे हुए होते है। आपने बड़ी खूबसूरती से वो रंग चुना कहानी मे जो जीवन की भागदौड़ में अक्सर अनदेखा रह जाता है।👌👌👌👌👌
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    Niharika Raj
    07 जनवरी 2018
    कहानीे छूती है दिल को । जब अमीर हो कोई तो दिया लिया मायने नहीं रखता पर खुद अभाव में रह कर किसी की मदद काबिल- ए- तारीफ है।
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    07 जनवरी 2018
    इलाहाबाद!जहाँ सुकून है!शांति है,वहां की प्रेम कहानी भी सुकून भरी होती है।