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भूल चुका हूँ तुझको

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भूल चुका हूँ तुझको भूल चुका हूँ तुझको, अब मेरे पास आना नहीं, दिल के दर्द को और अब बढ़ाना नहीं। वो लम्हे, वो बातें, सब बीते जमाने की हैं, अब यादों की परछाई से मन को बहलाना नहीं। तू जो कभी थी मेरी , ...

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लेखक के बारे में

मेरी स्वरचित रचना अघोरी - आत्मा का खात्मा सीजन 1 ( समाप्त ) अघोरी - आत्मा का खात्मा सीजन 2 ( समाप्त ) अघोरी - आत्मा का खात्मा सीजन 3 ( जारी ) अघोरी - हॉरर अगेन। मनमोहिनी ( होल्ड ) ✍️ कायस्थ ✍️ Don't call me भैया, ढेरो बहने है 😄 सच्ची दोस्ती भी कोई चीज़ है यारो, मस्त रहो दुनिया को गोली मारो 😛 दिल से निकली आवाज को कलम का सहारा देता हूँ, शायर तो नही हूँ लेकिन दिल की बात लिखना जानता हूँ। मैं एक सिंपल सा लड़का हूँ अपनी माँ के आँख का तारा हूँ घर मे छोटा हूँ इसलिए सबसे प्यारा हूँ. पुर्णिया (बिहार) मेरा जन्मस्थल DOB=> 15 जून

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    MANJU RANI
    07 जुलाई 2024
    बेहतरीन रचना सर। लेकिन इतनी दर्द भरी शायरी क्यूँ।
  • author
    Inder Advani "Inder Kaur Advani"
    07 जुलाई 2024
    super!👍
  • author
    Ankur Kubavat "ॠद्रांश"
    07 जुलाई 2024
    शानदार प्रस्तुति 👌🏻👌🏻👌🏻👏🏻👏🏻
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    MANJU RANI
    07 जुलाई 2024
    बेहतरीन रचना सर। लेकिन इतनी दर्द भरी शायरी क्यूँ।
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    Inder Advani "Inder Kaur Advani"
    07 जुलाई 2024
    super!👍
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    Ankur Kubavat "ॠद्रांश"
    07 जुलाई 2024
    शानदार प्रस्तुति 👌🏻👌🏻👌🏻👏🏻👏🏻