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भोली माँ की अनचाही संतान

4.6
26923

आज मेरी भोली माँ विदा हो गयी और साथ ही उनके दुःख और तकलीफें भी | उनको विदा कर के लौटा हूँ तो सारी जिंदगी एक फिल्म की तरह आँखों से गुज़र रही है, सोचा किसी से साँझा कर लूँ | शायद नाम कुछ अटपटा है ...

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लेखक के बारे में
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खुशबू जैन

खुश बू

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Snigdha Singh
    28 सितम्बर 2018
    bahut hi anokhi kahani h ye.... apne maa pita is tarah khul kr baaten kr pana hr kisi k liye sambhav nhi hota....
  • author
    urmila
    23 मार्च 2019
    अद्भुत रचना, सौतेले शब्द की निरथर्कता और सार्थक अंत।इतनी सुदंर कृति के लिये अभिनन्दन।
  • author
    Sima Kumari
    13 जनवरी 2021
    कितनी अच्छी कहानी है, एक मिसाल की तरह। कहानी ने एक नई सोच को जन्म दिया है।माना कि शादी जन्म जन्मांतरों का संबंध होता है किन्तु जब इस रिश्ते में किसी भी तरह का कोई लगाव ना हो तो इंसान क्या करें।भोली मां के साथ भी यही हुआ। पति ने कभी भी पत्नी का दर्जा नहीं दिया, उनके अंधेरे मन में मित्रता और फिर प्रेम का सच्चा अंकुरण फूटा तो फिर पति ने पति होने का हक जताना शुरू कर दिया। प्रेम उम्र का तो मोहताज नहीं होता, मां की शादी पुत्र ने कराकर बहुत ही अच्छा कार्य किया। बांधकर रखना बिल्कुल सही नहीं है। आपने बहुत ही संवेदित करने वाली कहानी लिखी है। धन्यवाद
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    Snigdha Singh
    28 सितम्बर 2018
    bahut hi anokhi kahani h ye.... apne maa pita is tarah khul kr baaten kr pana hr kisi k liye sambhav nhi hota....
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    urmila
    23 मार्च 2019
    अद्भुत रचना, सौतेले शब्द की निरथर्कता और सार्थक अंत।इतनी सुदंर कृति के लिये अभिनन्दन।
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    Sima Kumari
    13 जनवरी 2021
    कितनी अच्छी कहानी है, एक मिसाल की तरह। कहानी ने एक नई सोच को जन्म दिया है।माना कि शादी जन्म जन्मांतरों का संबंध होता है किन्तु जब इस रिश्ते में किसी भी तरह का कोई लगाव ना हो तो इंसान क्या करें।भोली मां के साथ भी यही हुआ। पति ने कभी भी पत्नी का दर्जा नहीं दिया, उनके अंधेरे मन में मित्रता और फिर प्रेम का सच्चा अंकुरण फूटा तो फिर पति ने पति होने का हक जताना शुरू कर दिया। प्रेम उम्र का तो मोहताज नहीं होता, मां की शादी पुत्र ने कराकर बहुत ही अच्छा कार्य किया। बांधकर रखना बिल्कुल सही नहीं है। आपने बहुत ही संवेदित करने वाली कहानी लिखी है। धन्यवाद